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सरदार पटेल विश्वविद्यालय में ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित
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सेवानिवृत्त मुख्य सचिव सर्वेश कौशल ने संगोष्ठी में दिया मुख्य वक्तव्य
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संगोष्ठी में लोकसभा और विधानसभाओं के समकालिक चुनावों के लाभों पर चर्चा
One Nation One Election: मंडी स्थित सरदार पटेल विश्वविद्यालय में आज ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ विषय पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में पंजाब सरकार के सेवानिवृत्त मुख्य सचिव सर्वेश कौशल ने विचार रखे। इस कार्यक्रम का समन्वय झंडूता के विधायक श्री जेआर कटवाल ने किया, जबकि अध्यक्षता एसपीयू के कुलपति प्रो. ललित अवस्थी ने की।
प्रो. अनुपमा सिंह ने स्वागत भाषण देते हुए संगोष्ठी के वक्ताओं का परिचय दिया। प्रो. अवस्थी ने अपने संबोधन में समकालिक चुनावों के लाभों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि इससे देश के समय और धन की बचत होगी। श्री जेआर कटवाल ने लोकतंत्र में नागरिकों, विशेषकर युवाओं की भूमिका पर जोर दिया और उन्हें जागरूक होकर लोकतंत्र को सशक्त बनाने का आह्वान किया। उन्होंने 1951 से 1967 तक हुए समकालिक चुनावों का इतिहास साझा किया।
मुख्य वक्ता सर्वेश कौशल ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ के उद्देश्यों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने इस विषय की व्यवहार्यता की जांच के लिए पूर्व राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद की अध्यक्षता में 2 सितंबर 2023 को एक उच्च स्तरीय समिति का गठन किया था। उन्होंने कहा कि बार-बार चुनावों से शासन में बाधा आती है और नीति निर्माण पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। उन्होंने यह भी बताया कि लगातार चुनावों में करोड़ों रुपये खर्च होते हैं, जिससे विकास कार्य प्रभावित होते हैं।
संगोष्ठी के अंत में प्रश्नोत्तर सत्र का आयोजन किया गया, जिसमें छात्रों और शिक्षकों ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर अपने प्रश्न रखे। डॉ. गौरव कपूर ने संगोष्ठी का संचालन किया और डॉ. करण गुप्ता, डीन अकादमिक मामलों, ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी डीन, विभागाध्यक्ष, संकाय सदस्य, कर्मचारी और छात्र उपस्थित रहे।